srimad bhagavad gita_Krishna_Arjuna

06 Jul: कर्म योग की परिभाषा

हरे कृष्ण।
कर्म योग, गीता का पूरे विश्व को और मानव मात्र को दिया गया, वह अनुपम उपहार है जिससे प्राणी मात्र अपना और अपने परिवार देश समाज एवं विश्व का कल्याण कर सकता है।
कर्म योग वह गुप्त और रहस्यमयी विद्या है, जिस का विशद वर्णन भगवान श्रीकृष्ण श्रीमद भगवत गीता में करते हैं।
कर्म योग का वर्णन, जैसा गीता में किया गया है, वैसा विश्व के अन्य किसी भी धर्म अथवा ग्रंथ में नहीं।….